Hindi News 24

 सिंगापुर का मास्टर स्ट्रोक  :-
कोरोना से निपटने के लिए सिंगापुर ने ' मास्टर स्ट्रोक ' खेला । सिंगापुर कोरोना वायरस को लेकर पहले से ही सजग था । सिंगापुर ने कोरोना को रोकने के लिए समय रहते ही अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया था । गौरतलब है कि चीन के बाद कोरोना वायरस सिंगापुर ही पहुंचा था , लेकिन सरकार की तैयारी जबरदस्त थी । सिंगापुर में कोरोना के 80 फीसदी मामले बाहर से आए लोगों के कारण थे , जिन्हें सरकार ने एक सप्ताह में शून्य तक पहुंचा दिया । सिंगापुर ने ट्रैवल बैन , लॉकडाऊन , कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और मास्क पर जोर दिया । चीन , इटली व स्पेन समेत 9 देशों के लोगों पर रोक लगाई और सी.सी.टी.वी के जरिए बाहर से आए लोगों को ढूंढकर टैस्ट किए । कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग से संक्रमित जिन लोगों से मिले , उनका पता लगाया । ट्रेस टूगेदर एप लाए । इससे पता चलता है कि संक्रमित से मिले या नहीं ।



 स्वीडन ने सिर्फ सोशल डिस्टैंसिंग पर दिया जोर :-
स्वीडन ने कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए लॉकडाऊन का फार्मूला अपनाने से इंकार कर दिया था , जिसके बाद उसकी इस नीति की डब्ल्यू एच.ओ समेत कई संगठनों और देशों ने आलोचना की थी । स्वीडन की सरकार ने देश की जनता से सिर्फ सोशल डिस्टैंसिंग का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया था । अब स्वीडन के टॉप एपिडेमियोलॉजिस्ट ने दावा किया है कि यह नीति सफल रही है और कोरोना संक्रमण अब कंट्रोल में है । स्वीडन ने कोरोना संक्रमण फैलने के बावजूद भी स्कूल , जिम , कैफे , बार्स और रैस्टोरैंटस कभी बंद नहीं किए ।
 

 ताइवान ने 100 से ज्यादा तरीके अपनाए :-
ताइवान को चीन से सबसे ज्यादा खतरा था ,क्योंकि यह उसका करीबी देश है । इसके बावजूद बिना लॉकडाऊन कोरोना को नियंत्रित करलिया । कोरोना से निपटने के लिए ताइवान ने 100 से ज्यादातरीके अपनाए , जिनमें ये 4 प्रमुख हैं । ताइवान ने टैस्ट पर जोर दिया । बाहर से आए सभी लोगों के टैस्ट , ट्रैवल और हैल्थ डाटा को जोड़ा । उन सभी के टैस्ट किए , जिन्हें हाल में फ्लू था । कारंटाइन किए लोगों पर निगरानी , सी.डी.सी ने रियल टाइम डाटा मॉनीटर किया , जिनके पास फोन नहीं थे , उन्हें फोन दिए । यही नहीं , सबके लिए मास्क भी दिए । 2.3 करोड़ आबादी के लिए रोज एक करोड़ मास्क बनाए , कालाबाजारी पर सख्ती कि । फेक न्यूज पर 76 लाख रुपए का जुर्माना लगाया , मुनाफाखोरी पर 1-7 साल की जेल और एक करोड़ का जुर्माने का प्रावधान किया ।


 वियतनाम ने बंद की सीमा :-

वियतनाम की सीमा उस चीन से लगती है , जहां इस महामारी की शुरूआत हुई है । वियतनाम की आबादी 9.7 करोड़ के आसपास है , लेकिन इस मुल्क में कोविड - 19 संक्रमण के महज 270 केस हैं और अभी तक एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है । शुरूआत में कोरोना वायरस के खिलाफ वियतनाम ने अपने लोगों को जागरूक कर एक तरह से इस महामारी से लड़ने के लिए युद्ध स्तर की तैयारी की लेकिन अब यहां पाबंदियां हटाई जा रही हैं और स्कूलों को फिर से खोलने की इजाजत दी गई है । ऐसे में सवाल यही है कि वियतनाम ने ऐसा क्या किया , जिसे दूसरे देश भी मॉडल के तौर पर अपना सकते हैं । जनवरी के आखिरी दिनों में वियतनाम में कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया था । इसके बाद तेजी से फैसला लेते हुए वियतनाम ने चीन के साथ अपनी सीमा को पूरी तरह से बंद कर दिया ।