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कोरोना के कारण अब तक पूरी दुनिया में 146,855 लोग मारे गए हैं और 2,183,581 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। विश्व भर में अब तक 195 से ज्यादा देश इसकी चपेट में आ चुके हैं क्रोना के जन्म को लेकर अब तक कई दावे किए जा चुके है अमेरिका के न्यूज़ चैनल फॉक्स न्यूज ने दावा किया है की कोरोना वायरस को विशेष उद्देश्य से वुहान की लैब में बनाया गया है,
फॉक्स न्यूज़ का कहना है कि चीन ने कोरोना वायरस को बायोवेपन के रूप में नहीं बल्कि दुनिया को अपनी ताकत दिखाने के लिए बनाया है। चीन दिखाना चाहता था कि वह ऐसे वायरस को ठीक से पहचान भी सकते हैं और उससे निपट भी सकते हैं।
फॉक्स न्यूज़ में कहा गया है कि उनको सूत्रों से पता चला है। की अब तक का सबसे गुप्त कार्यक्रम था जो चीन ने कोरोना वायरस को बनाने में किया। जब चीन ने शुरू में कहा कि वायरस चमगादड़ से इंसान में आया है जिस इंसान में यह सबसे पहले मिला था जिसका नाम "पेशेंट जीरो" रखा गया था वह भी वुहान की रहस्यमय लैब में काम करता था।पेशेंट जीरो जब वुहान की मार्केट में गया तब यह वायरस वहां भी फैल गया। इस मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम इस प्रकार कि कहानियां सुन रहे हैं।और इस मामले की जांच चल रही है।
वुहान में जिस वेट मार्केट की पहचान कोरोना फैलने के रूप में की गई थी। सूत्रों के मुताबिक वहां पर चमगादड़ बिकते ही नहीं थे।वेट मार्केट की थियरी को जानबूझकर फैलाया ताकि लैब पर लगने वाले आरोप दब जाएं।डॉक्टरों के प्रयासों और इस वायरस को शुरू में लैब में रोकने से जुडे़ कई दस्तावेजों से यह पता चलता है
अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने खुलासा किया था। जनवरी 2018 अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को चेतावनी दी थी। वुहान लैब में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। उन्होंने चमगादड़ों में पाए जाने वाले कोरोना वायरस पर बहुत खतरनाक रीसर्च कर रहे वैज्ञानिकों के बारे में सूचनाएं भी दी थीं।
कोरोना के कारण अब तक पूरी दुनिया में 146,855 लोग मारे गए हैं और 2,183,581 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। विश्व भर में अब तक 195 से ज्यादा देश इसकी चपेट में आ चुके हैं क्रोना के जन्म को लेकर अब तक कई दावे किए जा चुके है अमेरिका के न्यूज़ चैनल फॉक्स न्यूज ने दावा किया है की कोरोना वायरस को विशेष उद्देश्य से वुहान की लैब में बनाया गया है,
फॉक्स न्यूज़ में कहा गया है कि उनको सूत्रों से पता चला है। की अब तक का सबसे गुप्त कार्यक्रम था जो चीन ने कोरोना वायरस को बनाने में किया। जब चीन ने शुरू में कहा कि वायरस चमगादड़ से इंसान में आया है जिस इंसान में यह सबसे पहले मिला था जिसका नाम "पेशेंट जीरो" रखा गया था वह भी वुहान की रहस्यमय लैब में काम करता था।पेशेंट जीरो जब वुहान की मार्केट में गया तब यह वायरस वहां भी फैल गया। इस मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम इस प्रकार कि कहानियां सुन रहे हैं।और इस मामले की जांच चल रही है।
वुहान में जिस वेट मार्केट की पहचान कोरोना फैलने के रूप में की गई थी। सूत्रों के मुताबिक वहां पर चमगादड़ बिकते ही नहीं थे।वेट मार्केट की थियरी को जानबूझकर फैलाया ताकि लैब पर लगने वाले आरोप दब जाएं।डॉक्टरों के प्रयासों और इस वायरस को शुरू में लैब में रोकने से जुडे़ कई दस्तावेजों से यह पता चलता है
अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने खुलासा किया था। जनवरी 2018 अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को चेतावनी दी थी। वुहान लैब में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। उन्होंने चमगादड़ों में पाए जाने वाले कोरोना वायरस पर बहुत खतरनाक रीसर्च कर रहे वैज्ञानिकों के बारे में सूचनाएं भी दी थीं।
— Fox News (@FoxNews) April 13, 2020